G20 Leaders Virtual Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने भारत की अध्यक्षता में जी20 के समापन से पहले दिल्ली घोषणा के कार्यान्वयन पर विचार-विमर्श करने को बुधवार (22 नवंबर) शाम को वर्चुअल लीडर्स समिट की मेजबानी करेंगे. भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि वर्चुअल मीटिंग में वैश्विक नेताओं की इसी तरह की उपस्थिति की उम्मीद है जैसी 9-10 सितंबर को भारत मंडपम में फिजिकल मीटिंग में देखी गई थी.
एचटी रिपोर्ट के मुताबिक, वर्चुअल शिखर सम्मेलन से पहले पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांत ने कहा, भौतिक शिखर सम्मेलन के समापन के बाद जी20 का वर्चुअल समिट “कुछ बहुत ही दुर्लभ” और “असाधारण” है क्योंकि किसी अन्य अध्यक्षता वाले नेताओं ने इस तरह के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने और मार्गदर्शन के लिए ऐसी बैठकें आयोजित नहीं की है.
नई दिल्ली में सितंबर को हुआ था 18वां जी20 शिखर सम्मेलन
उन्होंने कहा कि मीटिंग का खास मकसद ‘दिल्ली डिक्लेरेशन’ को लागू करने को गति देना है जिस पर 9-10 सितंबर, 2023 को नई दिल्ली में आयोजित 18वें जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की थी. उन्होंने कहा, नई दिल्ली नेताओं की घोषणा ने “बहुत महत्वाकांक्षी, समावेशी, निर्णायक और क्रिया-उन्मुख तरीके से वैश्विक चुनौतियों का समाधान कराने के लिए जी20 नेताओं की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया था.”
Virtual G20 Leaders’ Summit is set to take place tomorrow under the chairmanship of PM @narendramodi.
🎥Take a quick look at #G20India’s momentous journey so far. pic.twitter.com/gMDi2BCIds
— G20 India (@g20org) November 21, 2023
‘जी20 घोषणा के 205 कार्यों पर कार्रवाई को आगे बढ़ाना मकसद’
कांत ने इस बात पर भी बल दिया कि हमारी घोषणा में 83 पैराग्राफ थे. वहीं, 87 परिणाम थे और इसके साथ 118 दस्तावेज भी जुड़े हुए थे. इसका मतलब है कि लगभग (परिणामों और दस्तावेजों के साथ) हमारे पास 205 कार्य थे जिन पर हमें कार्रवाई को आगे बढ़ाना है.”
जी20 अध्यक्षता के समापन से पहले अहम मानी जा रही वर्चुअल समिट
बता दें, नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र के दौरान 10 सितंबर, 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत अपनी जी20 अध्यक्षता के समापन से पहले एक वर्चुअल जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. बैठक में अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष समेत जी20 सदस्यों के नेताओं के साथ-साथ 9 अतिथि देशों और 11 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है.
निर्मला सीतारमण ने कही थी नीति मार्गदर्शन पर गति बनाने की बात
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी 6 नवंबर को इस मामले पर बोलते हुए कहा था कि जी20 देशों के साथ जुड़कर नई दिल्ली नेताओं की घोषणा के नीति मार्गदर्शन पर गति बनाए रखी जानी चाहिए.
भारत के पास 30 नवंबर तक है जी20 की अध्यक्षता
इस बीच देखा जाए तो भारत के पास 30 नवंबर तक G20 की अध्यक्षता है. 2024 में ब्राजीलियाई G20 प्रेसीडेंसी के दौरान G20 ट्रोइका में भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका शामिल होंगे.
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